सिपाही भर्ती परीक्षा देने आए लाखों अभ्यर्थी, दिनभर बनी रही जाम की स्थिति
गोपाल कुमार – व्यूरो चीफ
उत्तर प्रदेश
25 अगस्त 2024
सिपाही भर्ती परीक्षा देने आए लाखों अभ्यर्थी, दिनभर बनी रही जाम की स्थिति
मुरादाबाद। सिपाही भर्ती परीक्षा देने आए अभ्यर्थी दोपहर में परीक्षा के बाद होटलों पर पहुंचे तो भीड़ लग गई। भीड़ के कारण कंपनीबाग में केे होटल पर रोटी समाप्त हो गईं तो अभ्यर्थियों को चावल खाकर संतोष करना पड़ा। इसी प्रकार बुध बाजार में दुकानों के समोसे 20 मिनट में बिक गए।
बुध बाजार स्थित इंटर कॉलेज से पेपर छूटने के बाद दोपहर में निकले अभ्यर्थी खाने-पीने की दुकानों पर पहुंचे। कुछ जूस पीने लगे तो कोई समोसे की दुकान पर पहुंचा। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि जूस वाले के जूस तैयार ही नहीं कर पा रहा था। इसके अलावा रोडवजे बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के आसपास के होटलों पर भी भीड़ रही। अभ्यर्थियों की भीड़ के कारण दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।
गणित और रीजनिंग ने ली अभ्यर्थियों की परीक्षा
सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले दोनों पालियों में ही गणित और रीजनिंग के सवालों ने अभ्यर्थियों को उलझा दिया। महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज और आरएन इंटर कॉलेज से परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि सामान्य ज्ञान के सवाल ठीक आए थे। कुछ अभ्यर्थियों ने गणित तो कुछ ने रीजनिंग को उलझाऊ बताया।
पहली पाली के पेपर में सामान्य ज्ञान के सवालों में पूछा गया कि देश का सबसे पुराना हवाई अड्डा कौन सा है। इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी। जीएसटी के ब्रांड एंबेसडर कौन हैं। चिकनकारी एक पारंपरिक कढ़ाई शैली है, जिसकी उत्पत्ति कहां हुई। विश्व डाक दिवस कब मनाया जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रमुख कौन है। इसके अलावा सोशल मीडिया, साइबर अपराध से जुड़े सवाल भी पूछे गए। अधिकतर अभ्यर्थियों ने कहा कि सामान्य ज्ञान के सवाल आसान रहे। परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों के चेहरों पर खुशी दिखाई दी।
वर्दी पहनने का सपना पूरा करने के लिए पिछले कई महीनों से दिन-रात कड़ी मेहनत की। यह अंतिम अवसर है। अगर इस बार भी चयन नहीं हुआ तो फिर दोबारा मौका नहीं मिला। हालांकि, इस बार पेपर अच्छा हुआ है और चयन की उम्मीद है। सिपाही भर्ती परीक्षा देकर निकले कई युवाओं ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि यह हमारा अंतिम मौका है। केंद्रों के आसपास एसटीएफ, एलआईयू और अन्य एजेंसियां भी अलर्ट रहीं। इस दौरान अधिकारी भ्रमण पर रहे और परीक्षा केंद्रों पर चेकिंग कराते रहे। शहर में 26 परीक्षा केंद्रों को चार जोन में बांटा गया था। प्रत्येक जोन में एक सीओ के नेतृत्व में सचल दल तैयार किया गया था।
इनके अलावा 27 इंस्पेक्टर, 73 सब इंस्पेक्टर, आठ महिला सब इंस्पेक्टर, 318 हेड कांस्टेबल और सिपाही के अलावा 102 महिला सिपाही की ड्यूटी लगाई थी