उत्तराखंड

नैनीताल बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय की मांग

उत्तराखण्ड
6 जनवरी 2024
नैनीताल बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय की मांग
नैनीताल। नैनीताल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विलय संबंधी मांग को लेकर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नेतृत्व में वित्त राज्यमंत्री भगवत कराड से मुलाकात की। पदाधिकारियों ने नैनीताल बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय करने की मांग की। नैनीताल बैंक के ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने वित्तराज्य मंत्री भगवत कराड से कहा कि नैनीताल बैंक 1922 में स्थापित एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक है जो कि एक सदी से भी अधिक समय से उत्तराखंड राज्य के विकास से जुड़ा हुआ है। नैनीताल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्ण स्वामित्व वाला सहायक बैंक है। बैंक ऑफ बड़ौदा, नैनीताल बैंक में 98.57 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। यह बैंक उत्तराखंड की आर्थिक उन्नति के लिए हमेशा अग्रणी रहा है। यदि नैनीताल बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में किया जाता है तो उत्तराखंड को इसका बहुत बड़ा लाभ मिलेगा। नैनीताल बैंक लगभग 100 शाखाओं के माध्यम से उत्तराखंड की जनता को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाएं पहुंचा रहा है। नैनीताल बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय के बाद उत्तराखंड की जनता को कम ब्याज दर पर ऋण, अधिक आर्थिक सुरक्षा तथा अन्य राजकीय योजनाओं का लाभ मिलता रहेगा। साथ ही नैनीताल बैंक के कर्मचारियों का भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर कन्याल ने भी कर्मचारी हित में संज्ञान लेने की मांग की। वित्त राज्य मंत्री कडार ने प्रतिनिधि मंडल को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में नैनीताल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महामंत्री पीयूष, रूपल पांडे, हेम जोशी, प्रवीण रावत, चंद्रमोहन रावत, इति मिश्रा, हेमंत पांडे, नवरोज आदि शामिल रहे।

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