उत्तराखंड चारधाम यात्रा: हर यात्री को पहले करना होगा पंजीकरण
उत्तराखण्ड
4 मार्च 2025
उत्तराखंड चारधाम यात्रा: हर यात्री को पहले करना होगा पंजीकरण
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल से होने जा रही है. 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई और केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे. चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार के साथ ही यातायात निदेशालय ने भी तैयारियां शुरू कर दी है. इस बार चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात निदेशालय नई व्यवस्था शुरू करने जा रहा है. नई व्यवस्था के तहत यातयात निदेशालय, पर्यटन विभाग से वार्ता कर रहा है.
अप्रैल माह से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. चारधाम की तैयारी को लेकर गढ़वाल कमिश्नर ने बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं. बीते सालों में भीड़ प्रबंधन को लेकर कई चुनौतियां आई थीं. लेकिन इस बार प्रशासन पहले से सतर्क है. नई व्यवस्थाओं के साथ अब यात्रा के हर चरण को सुव्यवस्थित किया जा रहा है. जिसके लिए टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया जा रहा है.
दरअसल, साल 2024 चारधाम यात्रा में 47 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे. लेकिन भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बन गई थी. इस बार प्रशासन रजिस्ट्रेशन और डिक्लेरेशन प्रक्रिया को अनिवार्य करने जा रहा है. यानी हर यात्री को पहले से पंजीकरण कराना होगा और यात्रा में शामिल वाहनों के स्वामियों को डिक्लेरेशन फॉर्म ऑनलाइन भरना अनिवार्य होगा. इस फॉर्म में यात्रियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्थाओं की जानकारी देनी होगी. वाहन चाहे कमर्शियल हो या निजी, सभी वाहन स्वामियों को वाहन में बैठे यात्रियों की संख्या को डिक्लेरेशन फॉर्म में देना होगा. साथ ही अब बाहरी राज्यों से आने वाले निजी गाड़ियों का भी रजिस्ट्रेशन होगा. जिन बाहरी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, उन गाड़ियों को ऋषिकेश में पार्क कराया जाएगा. उन यात्रियों को लोकल कमर्शियल गाड़ी से यात्रा पर जाना होगा.
65 लाख लोगों ने कराया था रजिस्ट्रेशनरू जानकारी के मुताबिक, पिछले साल 65 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था. लेकिन इनमें से 47 लाख यात्री ही यात्रा पर पहुंचे. इस बार प्रशासन को उम्मीद है कि नई व्यवस्था से यात्रियों की संख्या और उनकी सुविधा को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सकेगा. साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए पुलिस प्रशासन को भी मुस्तैद किया जाएगा. हर 10 किमी के अंतराल में पुलिस पिकेट वाहन और पीसीआर वैन मौजूद रहेगी. साथ ही पूर्व में कैंपिंग व्यवस्था को भी लागू किया जा सकता है. जिसके तहत बदरीनाथ में 20 हजार यात्री प्रति दिन, केदारनाथ में 18 हजार यात्री प्रति दिन, गंगोत्री में 11 हजार यात्री प्रति दिन, यमुनोत्री में 9 हजार यात्री प्रतिदिन रहेगी.