उत्तराखंड

श्रीराम लीला मैदान में श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

उत्तराखण्ड
14 फरवरी 2025
श्रीराम लीला मैदान में श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
काशीपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरूवार दोपहर बाद यहां पहुंचकर दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से श्रीराम लीला मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए। स्टेडियम में बने हैलीपेड पहुंचने पर मेयर दीपक बाली और पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद वह स्टेडियम से रामलीला मैदान के लिए रवाना हुए और रामलीला मैदान में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी कालिंदी भारती द्वारा सुनाई जा रही कथा का रसपान किया।
इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए विकल्प नहीं संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि काशीपुर की पावन धरा सदियों से धर्म, अध्यात्म और संस्कृति की जीवंत परंपराओं को संजोये हुए है। ये भूमि सातवीं सदी के कुमाऊं के चंद्रवंशी राजाओं की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत का प्रतीक है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में यहां का सुप्रसिद्ध गिरीताल और द्रोणासागर है। यहां के जो प्राचीन मंदिर हैं, उन सबका उल्लेख है। यह इस बात का प्रमाण है कि ये भूमि युगों-युगों से सनातन संस्कृति का केंद्र बिंदु है।
कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका लहरा रही है। उत्तराखंड की सरकार लगातार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संवर्धन और संरक्षण के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने केदारखंड और चारों धामों का विकास तेजी से आगे बढ़ाया है। काशीपुर के चौती मंदिर को हमने मानस खंड मंदिर माला शृंखला के अंतर्गत मानसखंड कॉरिडोर का हिस्सा बनाया है। वहीं, दूसरी ओर यहां के प्राचीन मंदिर, शिवालयों के निर्माण और पुनर्निर्माण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि के मूल स्थायित्व को किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे। सीएम ने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद, लैंड जिहाद, थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकता के खिलाफ हमने कठोर कार्रवाई की है। साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए कानून बनाया है। अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान प्रारंभ किया है। सभी धर्मों के लिए समान अधिकार एवं न्याय सुनिश्चित करने के लिए देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता कानून को लागू करने का भी साहसिक कार्य किया है। अपेक्षा जताई कि इस पावन संकल्प को पूरा करने के लिए आप सभी का आशीर्वाद मिलता रहेगा। वहीं, मेयर दीपक बाली ने कहा कि सौभाग्य की बात है कि काशीपुर की पुण्य धरा पर भागवत कथा के माध्यम से विद्वान संतों और जनता का सानिध्य प्राप्त हो रहा है।

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