रेलवे ओवरब्रिज सात वर्षो के बाद चालू और चंद घण्टो में बन्द
उत्तराखण्ड
16 अप्रैल 2024
रेलवे ओवरब्रिज सात वर्षो के बाद चालू और चंद घण्टो में बन्द
काशीपुर। महाराणा प्रताप चौक पर बहुप्रतीक्षित निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज सात वर्षों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार काशीपुर की जनता के लिए भाजपाइयों की ओर से दोपहर तीन बजे दोपहिया, तीन पहिया और कारों के लिए खोल दिया गया। हालांकि उनका यह प्रयास सफल नहीं हो सका और शाम करीब 4.50 बजे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कारों की आवाजाही आरओबी पर बंद करा दी। अब केवल बाइक और तीन पहिया वाहनों को जाने की अनुमति दी गई है।
आपको बता दे कि 23 मार्च 2024 को विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा को निर्माणाधीन कंपनी ने 15 अप्रैल 2024 तक आरओबी खोलने का वादा किया था। लेकिन चार-पांच दिन पहले पुलिस-प्रशासन ने आरओबी का निरीक्षण करके यातायात व्यवस्था व सड़क हादसे की संभावनाओं को देखते हुए करीब 10-15 दिन में यातायात शुरू करने की बात कही थी।
जिससे स्थानीय भाजपा नेताओं में आक्रोशित हो गए, उन्होंने ठेकेदार पर विपक्ष के साथ मिलकर भाजपा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए रेलवे ओवरब्रिज पर लगाए गए सभी बैरिकेड्स को हटा डाला और पुल पर वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया। क्या 19 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान को देखते हुए आरओबी को चालू कराया यह प्रश्न चिन्ह है?
इस सम्बन्ध में एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि अभी इस आरओबी पर लोड टेस्टिंग तक नहीं हुई है। बताया कि कंपनी ने अभी तक उन्हें लोड टेस्टिंग के संबंध में कोई पत्राचार नहीं किया है। उम्मीद है एक-दो दिन में पत्र मिलसकता है तब रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर बने आरओबी की लोड टेस्टिंग की जाएगी जिसमें कम से कम से 24 से 36 घंटे लग सकते हैं। क्योंकि यह प्रक्रिया लंबी होती है इसमें लोड खड़ा करके हर घंटे पुल की स्थिति देखी जाती है। वहीं आज जो आरओबी पर जनप्रतिनिधियों की ओर से यातायात शुरू करा दिया है वह नियमानुसार गलत है। यह सिर्फ राजनीतिक स्टंट है। हकीकत सभी को मालूम है कि पुल कब और कैसे शुरू होगा।