उत्तराखंड

मेडिकल स्टोर्स में छापेमारी कार्रवाई, किसी का लाइसेंस निरस्त तो कईयों का हुआ चालान

उत्तराखण्ड
30 जून 2025
मेडिकल स्टोर्स में छापेमारी कार्रवाई, किसी का लाइसेंस निरस्त तो कईयों का हुआ चालान
टनकपुर। बनबसा में एसडीएम टनकपुर, ड्रग्स अधिकारी, पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीम ने मेडिकल स्टोर्स में छापेमारी कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान अनियमितता बरतने वाले मेडिकल स्टोर पर कड़ी कार्रवाई की गई. वहीं, मेडिकल स्टोर पर बड़े स्तर की छापेमारी कार्रवाई से दवा व्यवसायियों में हड़कंप मचा रहा.

बता दें कि चंपावत के बनबसा क्षेत्र में रविवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर्देशों पर एसडीएम टनकपुर आकाश जोशी के नेतृत्व में औषधि नियंत्रण विभाग, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और बनबसा पुलिस की एक संयुक्त टीम ने मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी अभियान चलाया गया. यह अभियान प्रतिबंधित दवाओं की रोकथाम, दवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता और बिक्री में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया.

वहीं, छापेमारी के दौरान टीम ने विभिन्न मेडिकल स्टोरों पर दवाओं के स्टॉक, लाइसेंस, बिलिंग प्रक्रिया और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री से संबंधित कागजातों की गहन जांच की. अभियान का फोकस ये सुनिश्चित करना था कि सभी मेडिकल स्टोर वैध तरीके से संचालित हो और मरीजों को सही दवाएं उचित मूल्य पर मिल सके.

एक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त- संयुक्त टीम ने कमल मेडिकोज, बालाजी मेडिकल स्टोर, मानस मेडिकल स्टोर, भार्गव मेडिकल स्टोर, राज मेडिकल स्टोर, बीर मेडिकल स्टोर, जनता मेडिकल स्टोर और अरोरा मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की. जिसमें वीर मेडिकल स्टोर पर स्टोरेज कंडीशन मानकों के अनुरूप न पाए जाने और फार्मासिस्ट का सत्यापन न होने पर लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की गई.

एक मेडिकल स्टोर पर लगा ताला- वहीं, बालाजी, राज मेडिकल और जनता मेडिकल पर फार्मासिस्ट एक्सपायरी की पृथक व्यवस्था न पाए जाने पर लाइसेंस निलंबन एवं क्रय विक्रय पर रोक लगाई गई है. जबकि, मानस और भार्गव मेडिकल स्टोर को 5 दिवस के अंदर निरक्षित औषधि के बिल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. वहीं, एसके विश्वास का भी फार्मेसिस्ट उपलब्ध न होने पर दुकान बंद करने की कार्रवाई की गई

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