उत्तराखंड

भगवान शिव को सावन मास का प्रिय महीना शुरू

पंडित दीपक शर्मा

उत्तराखण्ड
11 जुलाई 2025
भगवान शिव को सावन मास का प्रिय महीना शुरू
काशीपुर। भगवान शिव को सावन मास का प्रिय महीना माना जाता है. माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना और जलाभिषेक करने पर वो अपनी अपार कृपा बरसाते हैं. यही वजह है कि सावन के महीने में गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार में शिव भक्तों यानी कांवड़ियों का हुजूम उमड़ता है. इस दौरान कांवड़िए गंगा जल भरकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर निकलते हैं. हर कोई भगवान शिव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाने को लालायित नजर आता है. ऐसे में अब जान लेते हैं कि इस बार कितने सावन सोमवार आ रहे हैं और कब सावन समाप्त हो रहा है?

सावन मास की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में आमजन के मन में ये सवाल है कि आखिर इस बार सावन में कितने सोमवार पड़ रहे हैं और किस तरह से भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न किया जाता है? इन्हीं सभी सवालों पर काशीपुर भूरा बताशा हनुमान मन्दिर मेन बाजार के पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि बताया कि भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए बहुत ही उचित समय सावन मास है. माना जाता है कि भगवान भोलेनाथ इस दौरान धरती पर आते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.

पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि भगवान भोलेनाथ को मनाना बहुत ही सरल है और अन्य देवी देवताओं के मुकाबले भगवान भोलेनाथ बहुत जल्दी मान जाते हैं यानी प्रसन्न हो जाते हैं. कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ सावन में रुष्ट भी जाते हैं और सावन में ही मान भी जाते हैं. इसलिए भगवान भोलेनाथ को एक लोटा गंगाजल से ही प्रसन्न किया जा सकता है.

कब से शुरू होगा सावन 2025? पंडित दीपक शर्मा की मानें तो इस साल सावन में 4 सोमवार व्रत और 4 मंगला गौरी व्रत पड़ेंगे. जबकि, सावन का महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू होगा, जो 9 अगस्त 2025 तक चलेगा. सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ेगा और सावन का आखिरी सोमवार 4 अगस्त को पड़ रहा है.

सावन सोमवार की तिथियां-
पहला सोमवार- 14 जुलाई
दूसरा सोमवार- 21 जुलाई
तीसरा सोमवार- 28 जुलाई
चौथा सोमवार- 4 अगस्त

भगवान शिव को कैसे प्रसन्न करें? पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि सावन के दिनों में शिवलिंग पर जल, दूध, गंगा जल और शहद अर्पित करना शुभ एवं फलदायी माना जाता है. इसके साथ ही बेलपत्र, धतूरा और अक्षत भी अर्पित किए जाते हैं. शिवलिंग की नियमित पूजा करने से पुण्य भी मिलता है.

एक विशेष पूजा विधि है रुद्राभिषेक- वहीं, पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि रुद्राभिषेक एक विशेष पूजा विधि है, जिसमें शिवलिंग पर बेलपत्र, पुष्प, जल और अन्य सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है. रुद्राभिषेक यानी खास पूजा विधि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए की जाती है.

धन की प्राप्ति के लिए करें ये उपायरू इसके साथ ही पंडित दीपक शर्मा ने धन की इच्छा रखने वालों के लिए कहा कि अगर आप धन की प्राप्ति करना चाहते हैं तो गन्न के रस से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें. इससे आपको अवश्य धन की प्राप्ति होगी.

सावन मास में योग निद्रा में चले जाते हैं भगवान विष्णु- वहीं, सावन मास का महत्व बताते हुए पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि शास्त्रों में वर्णित है कि भगवान विष्णु सावन महीने में योग निद्रा में चले जाते हैं. इसलिए यह समय यानी सावन का महीना भक्तों, साधु-संतों सभी के लिए अमूल्य होता है.

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