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बरसात में हादसों का सबब – ढेला नदी और कसेरुवा नाले पर बनेगा पुल

उत्तराखण्ड
20 जुलाई 2024
बरसात में हादसों का सबब – ढेला नदी और कसेरुवा नाले पर बनेगा पुल
रामनगर। हर बरसात में हादसों का सबब बनने वाले ढेला नदी और कसेरुवा नाले पर पुल निर्माण को लेकर एनटीसीए की तरफ से लगी रोक हट गई है. अब जल्द ही इन दोनों स्थानों पर पुल निर्माण को लेकर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी. ये नदी और नाले जानलेवा बने हुए थे. हर बारिश में ये ओवर फ्लो हो जाते थे.

रामनगर लालाढंग मोटर मार्ग पर पड़ने वाली ढेला नदी और कसेरुवा बरसाती नाले पर निर्माण को लेकर वाइल्ड लाइफ बोर्ड की ओर से लगी रोक हटने से लोगों में खुशी है. क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने बताया कि ढेला नदी और कसेरुवा नाले पर निर्माण को लेकर चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की ओर से क्लीन चिट दे दी गयी है. अब इन दोनों स्थानों पर पुल बन सकेंगे, जिससे बरसात में भी लोग बेखौफ आवाजाही कर सकेंगे.

बता दें कि 2022 में ढेला नदी में पर्यटकों की कार बह गई थी. उस हादसे में 9 पर्यटकों की जान चली गयी थी. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग रामनगर ने हादसों का सबब बने ढेला नदी और कसेरुवा नाले पर पुल बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया था. लोक निर्माण विभाग में इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था.

रामनगर से ढेला जाने वाले मार्ग पर एक नदी और एक नाला पड़ता है. ये बरसात में जानलेवा साबित होते हैं. मॉनसून सीजन में भी ढेला नदी पर बड़ा हादसा हुआ था. जहां पंजाब के पर्यटकों से भरा वाहन बाढ़ के तेज प्रवाह में बह गया था. जिसमें 9 पर्यटकों की जान चली गई थी. एक युवती को सकुशल बचा लिया गया था. इसके अलावा भी बरसात के दिनों में यहां पर हादसे होते रहते हैं.

वहीं कसेरुवा नाले पर भी लगातार हादसे होते रहते हैं. इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने दोनों नदी और नालों पर आरसीसी पुल निर्माण को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा था. ढेला नदी पर 180 मीटर लंबे पुल के लिए ₹2326.71 लाख से ज्यादा का प्रस्ताव भेजा गया था. कसेरुवा नाले के ऊपर 100 मीटर लंबे आरसीसी पुल के लिए ₹1532.21 लाख से ज्यादा का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था.

रामनगर से ढेला जाने के बाद ही कॉर्बेट नेशनल पार्क का झिरना पर्यटन जोन भी पड़ता है. जिस वजह से इन पुलों का प्रस्ताव जल्द पास होना पर्यटकों और ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर भी जरूरी था. वहीं दोनों पुलों के निर्माण को लेकर मंजूरी भी मिली. लेकिन मंजूरी के बाद छज्ब्। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की तरफ से इसमें रोक लगा दी गई थी. अब वाइल्ड लाइफ बोर्ड की तरफ से यह रोक हटा दी गई है. अब जल्द ही यहां पुल के निर्माण के कार्य को लेकर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि यह दोनों पुल महत्वपूर्ण हैं. पुल बनने से ग्रामीणों के साथ ही क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा. ब्लॉक प्रमुख रेखा रावत ने कहा कि ढेला गांव व आसपास के ग्रामीणों को नदी के उफान पर आने पर कई घंटे इंतजार करना पड़ता था. उन्होंने 2022 के हादसे को याद करते हुए अब पुल बनने को लेकर राहत भरा बताया

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