पुलिस ने किया इण्टरनेशनल साईबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
उत्तराखण्ड
26 मई 2025
पुलिस ने किया इण्टरनेशनल साईबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
जसपुर । एसएसपी उधम सिंह नगर मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व में पुलिस ने इण्टरनेशनल साईबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश करते हुए चेन्नई में साईबर फ्रॉड करने वाले 2 साईबर ठगों को कोतवाली जसपुर पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है। उक्त ठग सीएससी सेन्टर की आड़ में अवैध रुप से साईबर फ्रॉड का पैसा कस्टमर के खातों में ट्रांजेक्शन कर रहे थे। दोनों युवक पिछले कुछ महिनों में साईबर फ्रॉड कर करीब 50 लाख रुपये अपने खातो में ट्रांजक्शन कर चुके हैं। इस इण्टरनेशनल साईबर स्कैमर गैंग ने चेन्नई के इंजीनियर को मेट्रीमोनियल साईटट के माध्यम से अपना शिकार बनाकर 1 करोड 39 लाख रुपये ठगे थे।
आपको बता दें कि एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकान्त मिश्रा द्वारा साइबर अपराध की रोकथाम हेतु दिये गये दिशा-निर्देश के क्रम में एसपी क्राइम निहारिका तौमर के नेतृत्व में एसपी अभय प्रताप सिंह, सीओ दीपक सिंह द्वारा चेन्नई, तमिलनाडू में इंजीनियर के साथ हुये साइबर फ्रॉड के अनावरण हेतु कोतवाली जसपुर को चेन्नई पुलिस के साथ सामंजस्य स्थापित करने के आदेश देकर टीम का गठन किया था।
चेन्नई पुलिस के बताये अनुसार कोतवाली जसपुर पुलिस टीम द्वारा साइबर फ्रॉड करने वाले वसीम और दाउद को ट्रेस कर, पकड़कर चेन्नई पुलिस के सामने पेश कर गहन पूछताछ करने के बाद चेन्नई पुलिस द्वारा दिनांक 25.05.2025 को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों युवकों को जसपुर कोर्ट में पेश कर ट्राजिंट रिमाण्ड प्राप्त करते हुए चेन्नई पुलिस के साथ भेज दिया गया, जहाँ पर चेन्नई पुलिस द्वारा सम्बन्धित मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर अभियुक्तगणों को चेन्नई जैल में भेजा जायेगा।
विदित हो कि जनवरी 2025 में चेन्नई के इंजीनियर पीके पार्थसारथी के साथ तमिल मैट्रीमोनियल साईट पर धानुश्री नामक महिला ने दोस्ती कर अपने प्रेम जाल में फंसाकर इंजीनियर का 1 करोड़ 39 लाख रुपये ऑनलाईन ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करवाने का लालच देकर साईबर फ्रॉड के माध्यम से अलग -अलग खातो में ट्रांसफर कर दिया। उक्त प्रकरण में पीके पार्थसारथी की तहरीर के आधार पर साइबर पुलिस स्टेशन चेन्नई में धारा- 318(2)/319(2) बीएनएस तथा 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
जाचं के दौरान पता चला कि इंजीनियर के खाते से 12 लाख 43 हजार रुपये सानिया परवीन निवासी जसपुर के एक्सिस बैंक खाते में ट्रांसफर हुये, जिसके बाद उक्त पैसै को सानिया परवीन के खाते से वसीम के खाते में ट्रांसफर कर वसीम, दाउद और तरुण भारद्वाज द्वारा नगद निकालकर 2-3 प्रतिशत कमीशन लेकर साइबर गैंग के अन्य सदस्य गोगा उर्फ गाँधी, प्रियाशु अरोरा, नितिन अटवाल, मोनिश सैफी को दे दिया गया। इसके अतिरिक्त अभियुक्त वसीम, दाउद और तरुण भारद्वाज ने एक साथ मिलकर पिछले कुछ महिनों में लगभग 50 -60 लाख रुपये साइबर फ्रॉड के माध्यम से अलग -अलग कस्टमर के खातों में प्राप्त किये गये थे।
वसीम और दाउद साथ मिलकर चाँद मस्जिद वाली गली जसपुर में सीएससी सेन्टर चलाते हैं, जहाँ पर भोले-भाले गरीब लोगों को बहला फुसलाकर उनके खाते खुलवाकर पासबुक, चौकबुक, एटीएम आदि अपने पास रख लेते हैं, जिसका इस्तेमाल अभियुक्तगण साइबर फ्रॉड ट्राजेक्शन में करते है। वसीम, दाउद और तरुण भारद्वाज के तार इण्टरनेशनल साइबर गैंग से जुड़े हैं। प्रियांशु अरोरा, नितिन अटवाल दुबई में रहकर साइबर गैंग चलाते हैं, जो मोनिश सैफी और गोगा उर्फ गाँधी के माध्यम से खातों का होल्ड रखने वाले लोगों से सम्पर्क कर साइबर गैंग चलाते है।
फरवरी 2025 में एसओजी टीम द्वारा दाऊद और तरुण भारद्वाज को 09 लाख 80 हजार रुपये कैश और तमंचों के साथ गिरफ्तार कर थाना काशीपुर में धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज कर जेल भेजा गया था।
जनहित सूचना -दृ किसी भी लालच और प्रलोभन से बचें, आपका बैंक खाता आपकी जिम्मेदारी है, लालच में आकर किसी अन्जान व्यक्ति को अपना खाता ना खोलने दें। आपके खातों का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड व अन्य अपराध में किया जा सकता है। यदि आपके खाते का इस्तेमाल किसी साइबर अपराध में होता है तो यह आपकी जिम्मेदारी होगी और आपके खिलाफ कानूनी रुप से कार्यवाही की जायेगी। भारत के किसी भी कोने में यदि साइबर अपराध होगा और पैसा आपके खाते में ट्रांसफर होगा तो मुकदमा आपके खाते के विरुद्ध पंजीकृत किया जायेगा।
गिरफ्तार अभियुक्त दृ
1- मौ. वसीम (32 वर्ष) पुत्र मौ. इस्माईल निवासी चाँद मस्जिद के पास, मौहल्ला नई बस्ती, जसपुर।
2- मौ. दाउद (22 वर्ष) पुत्र मौ. अय्यूब निवासी नहर पार, मौहल्ला, नई बस्ती थाना जसपुर।
पुलिस टीम में कोतवाल जसपुर जगदीश सिंह ढकरियाल, एसएसआई जावेद मलिक, एसआई सुशील कुमार, हे.कां. देवेन्द्र पाण्डेय, कां. कुलदीप सिंह, कां. इन्दर सिंह, सीमा आर्य तथा चेन्नई पुलिस टीम में डीएसपी विनायगामूर्ति, एसआई नटराजन, कां. राकेश विग्नेश तथा संकारी शामिल थे।