उत्तराखंड

दिल्ली में कोविड के 23 मामलों की पुष्टि

उत्तराखण्ड
24 मई 2025
दिल्ली में कोविड के 23 मामलों की पुष्टि
दिल्ली। एक बार फिर से कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसको लेकर सभी अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर सहित दूसरी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने एडवाइजरी जारी कर दी है। इसमें अस्पताल परिसर में मास्क पहनने का परामर्श दिया गया है।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की। दिल्ली में गुरुवार तक कोविड के 23 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। सरकार कोविड के वर्तमान पुष्ट मामलों के सत्यापन की प्रक्रिया में जुटी है। यह पता लगाया जा रहा है कि यह मरीज दिल्ली के हैं या बाहर से यात्रा कर आए हैं। बता दें कि एनसीआर में अब तक नौ संक्रमितों की जानकारी सामने आ चुकी है। इसमें गाजियाबाद में चार, गुरुग्राम में तीन और फरीदाबाद में दो संक्रमित हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। दिल्ली के सभी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों, डॉक्टरों और उनकी टीम के साथ समन्वय किया है। अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाओं को अलर्ट पर रखा गया है।

स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है। लोगों को समय-समय पर सूचना देते रहेंगे। लोगों से अपील है कि वह सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन और अधिकारियों का सहयोग करें। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 की तैयारियों के संबंध में दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों को एक एडवाइजरी जारी की है।
छब्त् में मिले अब तक नौ संक्रमित
दिल्ली से सटे गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोरोना के नौ मरीज मिले चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में तीन और फरीदाबाद में दो और गाजियाबाद में चार नए कोरोना के मरीजों की पुष्टि हुई है।

एडवाइजरी के अनुसार स्वास्थ्यकर्मियों को दोबारा से कोविड-19 से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, अन्य दवाओं और वैक्सीन की उपलब्धता को सुनिश्चित करें। अस्पताल में वेंटिलेटर, बाई-पैप, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पीएसए आदि सभी उपकरण कार्यात्मक स्थिति में हो।

अस्पतालों को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं (ओपीडी/आईपीडी) में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों को रोजाना आधार पर रिपोर्ट करना होगा। एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफॉर्म पोर्टल पर अपडेट करेंगे। इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 मामलों को भी अस्पताल एल फॉर्म के तहत आईएचआईपी पर रिपोर्ट करेंगे। दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन पोर्टल पर रोजाना ब्योरा देना होगा।

एडवाइजरी के मुताबिक कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के अनुसार पर्याप्त जांच करनी होगी। कम से कम पांच फीसदी आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) के मामलों और सौ फीसदी जांच एसएआरआई (तीव्र श्वसन संक्रमण) के मामलों में जांच करनी होगी। लोकनायक अस्पताल में सभी पॉजिटिव कोविड-19 के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा जिससे नए वेरिएंट के बारे में पता लगाया जा सकें।

एडवाइजरी में अस्पताल परिसर/स्वास्थ्य सुविधाओं में मास्क पहनने सहित श्वसन शिष्टाचार का पालन करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर विशेषेज्ञों का कहना है कि कोविड के संबंध में चिंता करने और घबराने वाली कोई बात नहीं है। यह सामान्य सर्दी-जुकाम की तरह हो चुका है। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मेडिसिन विभाग में निदेशक और प्रोफेसर डॉ. सुभाष गिरी ने कहा कि खांसते और छींकते समय मुंह को ढककर रखें। हाथ समय-समय पर धोते रहे।

मामले बढ़ रहे हैं तो सतर्क रहने की जरूरत है। कोविड-19 वायरस में म्यूटेशन होते रहते हैं। हमारी कम्युनिटी में इम्युनिटी ज्यादा है। कोविड को लेकर यह उतार-चढ़ाव चलता रहेगा। इसमें डरने वाली कोई बात नहीं है। जिस वेरिएंट जेएन.1 की वजह से संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं वह डेढ़ साल पुराना है। वेरिएंट संक्रामक जरूर है। इससे मामलों में बढ़ोतरी जरूर हो सकती है, लेकिन कोई गंभीर समस्या पैदा नहीं होगी।

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