उत्तराखंड

काव्य संध्या के रूप में मनाया गया अनिल सारस्वत का जन्मदिवस

उत्तराखण्ड
2 अप्रैल 2024
काव्य संध्या के रूप में मनाया गया अनिल सारस्वत का जन्मदिवस
काशीपुर। काशीपुर गौरव राष्ट्रकवि – नगर के ओजकवि स्वर्गीय अनिल सारस्वत जी का जन्मदिवस धूमधाम से श्याम मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल , कानूनगोयान काशीपुर में एक शाम अनिल सारस्वत के नाम काव्य संध्या के रूप में मनाया गया ।काव्य संध्या में मुख्य अतिथि अन्तरराष्ट्रीय एथलीट चौधरी विजेन्द्र सिंह रहे एवं काव्य संध्या की अध्यक्षता समाजसेवी सरोज ठाकुर द्वारा की गयी । काव्य संध्या में विशिष्ट अतिथि ब्राह्माण सभा समिति काशीपुर के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र शर्मा एवं श्याम मॉडर्न जूनियर हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शालिनी शर्मा रहे । काव्य संध्या का संचालन कवि प्रतोष मिश्रा के द्वारा किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ आमंत्रित अतिथिगण के द्वारा माता सरस्वती एवं राष्ट्रकवि – ओजकवि स्वर्गीय अनिल सारस्वत के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया । काव्य संध्या में सर्वप्रथम सरस्वती वंदना कवि सोमपाल सिंह प्रजापति के द्वारा की गयी । कवि सोमपाल सिंह प्रजापति के द्वारा ओजकवि स्वर्गीय अनिल सारस्वत की रचना ”मरूं जब मैं चिता पर मेरी हिन्दुस्तान लिख देना , गर संभव हो तो तिरंगे का कफन भी देना “ का व कवि प्रतोष मिश्रा द्वारा काव्य रचना तुमको तो बस एक कहानी लगती है । सारी बातों में आसानी लगती है । सैनिक बनना इतना भी आसान नहीं , उसकी तो संपूर्ण जवानी लगती है एवं कवि कैलाश यादव द्वारा काव्य रचना – कभी हंस लिये कभी रो दिये, सदा ख़ुद ही ख़ुद में सिमट गये, यूँ ही ज़िंदगी गुजर गयी, सभी मंजिलों से गुजर गये , साथ ही कवि शकुन सक्सैना द्वारा काव्य रचना जीतने बालो ने अपनी हार को जीत लिख दिया बिना सोचे समझे जीवन को गीत लिख दिया ।

काव्य संध्या में कवि सुरेन्द्र भारद्वाज द्वारा भी काव्य पाठ किया गया ।काव्य संध्या में राजकीय प्राथमिक विद्यालय खरमासा के प्रधानाध्यापक अमित कुमार शर्मा , अक्षत सक्सैना , तेजस्व गौङ , मनोज शर्मा एवं कर्तव्य गौङ इत्यादि उपस्थित रहे ।

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