‘एक शाम धर्मेंद्र के नाम’ श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन
उत्तराखण्ड
1 दिसम्बर 2025
‘एक शाम धर्मेंद्र के नाम’ श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हुआ आयोजन
काशीपुर। दिवंगत सिने स्टार धर्मेंद्र के श्रद्धांजलि कार्यक्रम ‘एक शाम धर्मेंद्र के नाम’ में काशीपुर डेवलपमेंट फोरम (केडीएफ) की ओर से आयोजित की । नगर के लोगों और धर्मेंद्र के काशीपुर प्रवास के दौरान साथी रहे वरिष्ठ साथियों ने उनके साथ बिताए अपने अनुभव साझा किये। स्थानीय कलाकारों ने धर्मेंद्र पर फिल्माए गीत प्रस्तुत किए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार सायं काशीपुर डेवलपमेंट फोरम ने द्रोणासागर स्थित ओपन थियेटर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसकी शुरूआत दिवंगत धर्मेंद्र की फोटो के सामने दीये जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। धर्मेंद्र पर फिल्माए गए गीत और डायलॉग की प्रस्तुति दी गई। देव लाल शाह, रोहिणी शाह,अश्विनी शर्मा, ललित बाली आदि तमाम गायक कलाकारों ने गीत प्रस्तुत किये।
इस दौरान अपने संबोधन में केडीएफ अध्यक्ष राजीव घई ने कहा कि आज हम सब यहां एक ऐसे महान कलाकार, एक ऐसे महान इंसान, और काशीपुर के आत्मीय परिवार के सदस्य धर्मेन्द्र को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए हैं, जिन्होंने न केवल भारतीय सिनेमा को अमर यादें दीं, बल्कि काशीपुर को अपना दूसरा घर माना। धर्मेन्द्र ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत वर्ष 1960 में फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” से की। यह वही फिल्म थी, जिसने भारतीय सिनेमा को सादगी भरे, विनम्र और अद्भुत प्रतिभा से भरपूर अभिनेता से परिचित करवाया। इस फिल्म का गीत “मुझको इस रात की तन्हाई में” आज भी उनके प्रारंभिक दौर की यादों को जीवंत कर देता है। इसके बाद उनके करियर ने जो ऊंचाइयां देखीं, वह इतिहास है। धर्मेन्द्र ने अपने लंबे और शानदार फिल्मी सफर में 300 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और हर दशक में उन्होंने सिनेमा को अमर किरदार, अमर संवाद, और अविस्मरणीय गाने दिए। उनकी आखिरी फिल्म “इक्कीस” मरणोपरांत रिलीज़ होने जा रही है, जो उनके अदम्य, उत्साह और जीवनभर की कर्मनिष्ठा का प्रतीक है। लेकिन धर्मेन्द्र की असली पहचान केवल एक सफल अभिनेता की नहीं थी। उनका काशीपुर से भावनात्मक जुड़ाव उन्हें हम सबके दिल के बेहद करीब लाता है। यहां रामनगर रोड स्थित भोगपुर फार्म उनका शांतिपूर्ण आश्रय था, जहां वे और उनका परिवार काशीपुर के अनेक परिवारों से प्रेम, स्नेह और आत्मीयता के संबंधों में जुड़े रहे। अपार प्रसिद्धि और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के बावजूद वे हमेशा विनम्र, सरल, हंसमुख और काशीपुर के लोगों से गहराई से जुड़े रहे। काशीपुर उनके लिए सिर्फ़ एक शहर नहीं, बल्कि एक परिवार था। उनका निधन केवल भारतीय फिल्म जगत की क्षति नहीं है, बल्कि काशीपुर नगर ने अपने परिवार के एक स्नेही सदस्य को खो दिया है।
काशीपुर डेवलपमेंट फोरम एवं व्यक्तिगत रूप से मैं धर्मेन्द्र जी के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
कार्यक्रम में महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्रीमती अलका पाल, विमल गुड़िया, महेंद्र अग्रवाल, पीके अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, डॉ. एसपी गुप्ता, दिलीप मेहरोत्रा, मनमोहन, पंकज पंत, जितेंद्र सरस्वती, अमित कुमार शर्मा, विकल्प गुड़िया, संजय गुप्ता आदि मौजूद रहे।


